vantara : नमस्ते दोस्तों आज मे आप के लिए वनतारा की ओर से लाया हु बहुत ही अच्छी जानकारी जिस मे भारत की लुप्त प्राय गैंडा संरक्षण की जानकारी आशा करते है आप को जानकारी पसंद आएगी। भारतीय गैंडा,जिसको एक सिंग वाला गैंडा भी कहते है,विश्व का चौथा सबसे बड़ा जलचर जीव है। आज यह जीव अपने आवासीय क्षेत्र के घट जाने से संकटग्रस्त हो गया है। यह पूर्वोत्तर भारत के असम ओर नेपाल के तराई के कुछ संरक्षित इलाकों मे पाया जाता है, जहा इसकी संख्या हिमालय की तलहटी मे नदियों वाले वनयक्षेत्रों तक सीमित है।
गैंडों की लुप्त होती प्रजाति को फिर से बहाल करने की vantara की सम्पूर्ण कोशिश

इतिहास मे भारतीय गैंडा उपमहाद्वीप के सम्पूर्ण उत्तरी इलाके मे पाया जाता था जिसको सिंधु गंगा ब्रह्मपुत्र का मैदान कहते है। यह सिंधु गंगा एवं ब्रह्मपुत्र नदियों के मैदानी क्षेत्रों मे,पाकिस्तान से लेकर भारतीय बर्मा सरहद तक पाया जाता था ओर इसके आवासीय क्षेत्र मे नेपाल,आज का बांग्लादेश ओर भूटान भी शामिल थे। ऐसा माना जाता है की यह बर्मा दक्षिणी चीन ओर इंडोचाइना मे भी विचरण करता हो लेकिन यह सिद्ध नहीं हो पाया है। यह प्रजाति 1600 तक उत्तर पशिमि भारत ओर पाकिस्तान मे आसानी से देखि जा सकती थी, लेकिन इसके तुरंत बाद इस इलाके से विलुप्त हो गई। अपने अन्य आवासीय क्षेत्रों मे भी यह 1600 से 1900 तक तेजी से घटे ओर बिसवी सदी की शुरुआत मे यह विलुप्तता की कगार मे खड़ा था।
उनके सींगों के लिए अवैध शिकार किया जाता था गैंडा

उनके सींगों के लिए अवैध शिकार के कारण, जिन्हें गलती से औषधीय गुण माना जाता है, और आवास के नुकसान के कारण, 20वीं सदी की शुरुआत में केवल 200 की आबादी के साथ महान एक सींग वाले गैंडे विलुप्त होने के कगार पर थे। हालाँकि, अब वे उल्लेखनीय वापसी कर रहे हैं। सख्त सुरक्षा उपायों और अथक शिकार विरोधी प्रयासों की बदौलत, आज 4,000 से अधिक गैंडे फिर से आज़ाद घूम रहे हैं!
गैंडों की लुप्त होती प्रजाति को फिर से बहाल करने की सम्पूर्ण कोशिश

यहाँ वंतारा में, हम इस सफलता को एक कदम और आगे ले जा रहे हैं। हमारा मानना है कि गैंडों को सिर्फ़ जीवित नहीं रहना चाहिए, बल्कि उन्हें फलना-फूलना चाहिए! इसलिए हम उन्हें ऐसी चीज़े प्रदान करते हैं जो उनकी विशेषताओं के अनुकूल हों, जिसमें उनके प्राकृतिक व्यवहार की नकल करना, जैसे कि भोजन की तलाश करना और खोजबीन करना, उनके दिमाग और शरीर को सक्रिय रखना शामिल है।
प्रकृति के पास केवल 3000 से कुछ अधिक भारतीय गैंडे बचे है

हालाँकि, लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। अवैध शिकार और आवास का नुकसान अभी भी इन साथी प्राणियों के लिए खतरा बना हुआ है। लेकिन निरंतर सतर्कता और अभिनव देखभाल के साथ, ये प्रागैतिहासिक दिग्गज आने वाली पीढ़ियों के लिए परिदृश्य में धूम मचा सकते हैं। एक अनुमान के मुताबिक आज प्रकृति के पास मतलब जंगल मे केवल 3000 से कुछ अधिक भारतीय गैंडे बचे है जिसमे से लगभग 2000 गैंडे तो केवल असम मे ही पाए जाते है।
गैंडा ओर हाथी संरक्षण परियोजना 1987 मे प्रारंभ हुवा था
एक सिंग वाला गैंडा सबसे अधिक भारत मे काजीरंगा नेशनल पार्क मानस नेशनल पार्क मे मिलता है,लोगों की ऐसी मान्यता ये है की इसकी सिंग जो होती है वह केरोटीन की बनी होती है जिसका उपियोग औषधि के रूप मे पैरालाइज के इलाज मे किया जाता है। ओर शायद यही कारण है की गैंडों का तेजी से शिकार हो रहे है। ओर विलुप्त होने की कगार पर आ पहुंचे है। पश्चिम बंगाल के जलदापारा राष्ट्रीय उद्यान मे गैंडों की मुख्यत शरणार्थी नस्ल मिलती है। गैंडा ओर हाथी संरक्षण परियोजना 1987 मे प्रारंभ हुवा था। एक सिंग वाला रहीनों इंडिया के मानस ओर काजीरंगा नेशनल पार्क मे ओर नेपाल के तराई क्षेत्र मे पाया जाता है। इसे रेड डाटा बुक vu की श्रेणी मे रखा गया है।
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FAQ
What is the reason behind Vantara Jamnagar?
The main objective of Vantara is to protect the exploited animals and the sick, injured, endangered and wildlife and to free them from slavery by humans and keep them in a safe place and provide them medical care and rehabilitate them in the forest.
Is Vantara a zoo?
Vantara is a zoo in appearance and thinking. But there is a lot of difference between Vantara and a zoo. Zoo is only for entertainment, but Vantara is a shelter where animals are treated. Animals are rescued and brought here. Vantara is a rescue center.